गम बड़े आते है जिंदगी मे, कातिल की निगाहो की तरह
छुपा लेती हो इन्हे आचल मे, मेरे गुनाहो की तरह||
बिखरा पड़ा हू मै कब से, चारो ओर खुले हाथो सा
समेट लो मुझे अपने दामन मे, बाहो की तरह||
तेरा मेरा तो लेना देना तो बहुत पुराना है
बस याद रख तू मुझे, हिसाबो की तरह||
तेरे बदन की लिखावट मे है उतार और चढ़ाव
कैसे मै पढ़ूँ उन्हे , किताबो की तरह ||
भूल से भूल मत जाना मेरी यादो की महफ़िल को
वरना हर रात सताऊंगा, ख्वाबो की तरह ||
अंधेरे मे रह कर रोशनी करना लिखा है किस्मत मे
मै तो बस जलता जाऊंगा, चिरागो की तरह ||
छुपा लेती हो इन्हे आचल मे, मेरे गुनाहो की तरह||
बिखरा पड़ा हू मै कब से, चारो ओर खुले हाथो सा
समेट लो मुझे अपने दामन मे, बाहो की तरह||
तेरा मेरा तो लेना देना तो बहुत पुराना है
बस याद रख तू मुझे, हिसाबो की तरह||
तेरे बदन की लिखावट मे है उतार और चढ़ाव
कैसे मै पढ़ूँ उन्हे , किताबो की तरह ||
भूल से भूल मत जाना मेरी यादो की महफ़िल को
वरना हर रात सताऊंगा, ख्वाबो की तरह ||
अंधेरे मे रह कर रोशनी करना लिखा है किस्मत मे
मै तो बस जलता जाऊंगा, चिरागो की तरह ||
WOW...
ReplyDeleteDedicated to whom?
ReplyDeleteIt's all about imagination.
DeleteYou never reply .......
ReplyDeletewhy do you feel that i never reply.
DeleteI couldn't see the previous comment before. That's why.
ReplyDeleteI was travelling that time, didn't get time to comment. Sorry for that.
DeleteThat's okay :) U seem too sensitive .
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