Thursday 7 November 2019

पत्थर से प्यार कर

ज़िन्दगी है सीखेगा तू   गलती हजार कर
किसने कहा था लेकिन पत्थर से प्यार कर |

पत्थर से प्यार करके पत्थर न तू हो जाना
पथरा न जाये आँखे पत्थर का इन्तेजार कर |

ख़्वाब में भी होता उसकी जुल्फों का सितम
मजनूं बना ले खुद को  पत्थर से मार कर |

सिकंदर बन निकला था दुनिया को जीतने
पत्थर सा जम गया है पत्थर से हार कर |

मुकद्दर पर न छोड़ अब हाथ में उठा ले
पत्थर तराश दे तू   पत्थर औज़ार कर |

#शिवदत्त श्रोत्रिय ©शिवदत्त श्रोत्रिय

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